Jaunpur: अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला अस्पताल में शुक्रवार रात 8:45 बजे करीब 20-25 किन्नरों ने इमरजेंसी वार्ड में जमकर हंगामा किया। आरोप है कि इलाज के लिए आई एक घायल किन्नर को डॉक्टर और स्टाफ ने भगा दिया, जिससे नाराज़ होकर किन्नरों ने अस्पताल में घुसकर डॉक्टरों और स्टाफ पर हमला कर दिया।
डॉक्टर पवन सिंह को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया, वहीं बीच-बचाव करने पहुंचे नर्सिंग ऑफिसर, वार्डबॉय और फार्मासिस्ट की भी पिटाई कर दी गई। इस हमले में दो डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट और एक वार्डबॉय गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
घटना की वजह
एक घायल किन्नर ने बताया कि शुक्रवार शाम उसे पड़ोसियों ने लाठी-डंडों से पीटा, कपड़े फाड़े और बलात्कार किया। इलाज के लिए Jaunpur जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने कथित रूप से FIR के बिना इलाज करने से मना कर दिया। इसके बाद घायल किन्नर ने अपनी गुरु अक्षिता को पूरी बात बताई। अक्षिता के नेतृत्व में 20-25 किन्नर अस्पताल पहुंचे और वहां हंगामा शुरू कर दिया।
45 मिनट तक मचा हंगामा, सुरक्षा व्यवस्था नाकाम
किन्नरों ने इमरजेंसी वार्ड में घुसकर कपड़े उतार दिए और डॉक्टरों को पीटने लगे। 45 मिनट तक अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। मरीज, उनके परिजन और डॉक्टर जान बचाकर बाहर भागे। अस्पताल में सिर्फ दो गार्ड थे, जो भीड़ को संभालने में असमर्थ रहे। पुलिस सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक ज्यादातर किन्नर फरार हो चुके थे।

Jaunpur प्रशासन और पुलिस की प्रतिक्रिया
सीएमएस डॉ. केके राय ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि डॉक्टरों और स्टाफ पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस को रिपोर्ट सौंप दी गई है। डॉक्टरों ने भी आक्रोश जताते हुए सुरक्षा न बढ़ाए जाने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।
एसपी Jaunpur सिटी आयुष श्रीवास्तव ने कहा कि घटना गंभीर है, सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपियों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। कोतवाली प्रभारी मिथिलेश ने बताया कि अज्ञात किन्नरों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
किन्नरों की मुखिया का बयान
किन्नरों की सरदार अक्षिता ने कहा कि उनका उद्देश्य हिंसा नहीं था, लेकिन उनकी साथी के साथ अन्याय हुआ। उन्होंने डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग की है और कहा कि उन्हें इंसाफ चाहिए।
