Varanasi : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (Kashi Vidyapith) स्थित महामना मदन मोहन मालवीय हिन्दी पत्रकारिता संस्थान एवं पूर्वांचल स्टूडेंट्स फाउंडेशन द्वारा रविवार को महाराणा प्रताप की जयंती पर “महाराणा प्रताप : एक प्रेरणा (शौर्य, स्वाभिमान और स्वाधीनता की गाथा)” विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नोएडा से भाजपा विधायक पंकज सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन शौर्य, स्वाभिमान और स्वाधीनता का प्रतीक है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे महाराणा प्रताप से प्रेरणा लेकर राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए कटिबद्ध हों।
पंकज सिंह ने कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी महाराणा प्रताप ने कभी पराजय स्वीकार नहीं की। उनका जीवन बताता है कि युद्ध हथियारों से नहीं, बल्कि साहस और चरित्र से जीते जाते हैं। उन्होंने चेताया कि देश को छेड़ने वालों को अब जवाब मिलेगा, क्योंकि यह नया भारत है।

विशिष्ट अतिथि, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने कहा कि महाराणा प्रताप राष्ट्र और धर्म के रक्षक थे। उन्होंने कहा कि वामपंथी इतिहासकारों ने इतिहास को विकृत किया है, जिसे सुधारने की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे वास्तविक नायकों से प्रेरणा लें।
राज्यसभा सांसद साधना सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि महाराणा प्रताप ने अपना सम्पूर्ण जीवन देश को समर्पित किया। आज देश मजबूत हाथों में है और हर हमला अब मुंहतोड़ जवाब पाएगा।

कार्यक्रम में महामना संस्थान द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री “महाराणा प्रताप : एक प्रेरणा” भी प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम का संचालन संस्थान निदेशक डॉ. नागेंद्र कुमार सिंह ने किया, स्वागत भाषण डीन प्रो. बंशीधर पाण्डेय ने दिया और धन्यवाद ज्ञापन किशन सिंह ने किया।


इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. के.के. सिंह, मुख्य गृहपति प्रो. टी.बी. सिंह, आयोजन सचिव काशी विद्यापीठ के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष आशुतोष सिंह आशु, डॉ. आनन्द सिंह, डॉ. प्रमथेश पांडेय, डॉ. सतीश सिंह, राजेश राय, रोहन सिंह सोनू, सुभाष सिंह, शशि शेखर सिंह, गुरु प्रकाश सिंह, करन सिंह, गौरव सिंह, शिवम तिवारी, देवेन्द्र गिरि, हर्षित तिवारी सहित अनेक छात्र-छात्राएं एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।