Kashi Vidyapith : समाजशास्त्र विभाग की शोध समिति बैठक में पहले दिन 39 अभ्यर्थियों ने दिए शोध प्रस्तुतीकरण

Varanasi : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (Kashi Vidyapith) के समाजशास्त्र विभाग में आयोजित दो दिवसीय विभागीय शोध समिति (DRC) बैठक के प्रथम दिवस सोमवार को 39 शोधार्थियों ने अपने शोध प्रस्तावों का पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण (PPT) दिया।

Kashi Vidyapith : समाजशास्त्र विभाग की शोध समिति बैठक में पहले दिन 39 अभ्यर्थियों ने दिए शोध प्रस्तुतीकरण Kashi Vidyapith : समाजशास्त्र विभाग की शोध समिति बैठक में पहले दिन 39 अभ्यर्थियों ने दिए शोध प्रस्तुतीकरण

बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने की। इस अवसर पर शोध की गुणवत्ता, प्रासंगिकता और शोध दिशा(Quality, relevance and research direction) पर विशेषज्ञों द्वारा गहन चर्चा और मार्गदर्शन प्रदान किया गया।

बैठक में बतौर बाह्य विशेषज्ञ उपस्थित रहे:

  • प्रो. आलोक कुमार, विभागाध्यक्ष, समाजशास्त्र विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ
  • डॉ. देशराज, विभागाध्यक्ष, समाजशास्त्र विभाग, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, रोहतक (हरियाणा) – ऑनलाइन माध्यम से
  • प्रो. अमिता सिंह, विभागाध्यक्ष एवं संयोजक, समाजशास्त्र विभाग
  • प्रो. रेखा, संकायाध्यक्ष, समाज विज्ञान संकाय
  • प्रो. ब्रजेश कुमार सिंह, प्रो. तेजबहादुर सिंह, प्रो. भारती रस्तोगी, डॉ. राहुल गुप्ता – सदस्य
  • प्रो. नीलकान्त त्रिपाठी, पूर्व प्राचार्य, राजकीय कन्या पी.जी. कॉलेज, पलही पट्टी, वाराणसी
  • प्रो. ध्रुव भूषण सिंह, विभागाध्यक्ष, समाजशास्त्र विभाग, राजकीय महाविद्यालय, धानापुर, चंदौली – बाह्य विशेषज्ञ
Kashi Vidyapith : समाजशास्त्र विभाग की शोध समिति बैठक में पहले दिन 39 अभ्यर्थियों ने दिए शोध प्रस्तुतीकरण Kashi Vidyapith : समाजशास्त्र विभाग की शोध समिति बैठक में पहले दिन 39 अभ्यर्थियों ने दिए शोध प्रस्तुतीकरण

विशेष आमंत्रित सदस्य :-

  • डॉ. सौम्या यादव
  • डॉ. जयप्रकाश यादव
Kashi Vidyapith : समाजशास्त्र विभाग की शोध समिति बैठक में पहले दिन 39 अभ्यर्थियों ने दिए शोध प्रस्तुतीकरण Kashi Vidyapith : समाजशास्त्र विभाग की शोध समिति बैठक में पहले दिन 39 अभ्यर्थियों ने दिए शोध प्रस्तुतीकरण

सभी विशेषज्ञों एवं सदस्यों ने शोध प्रस्तावों की प्रामाणिकता, सामाजिक प्रासंगिकता एवं शोध-पद्धति पर फोकस करते हुए शोधार्थियों को उपयोगी सुझाव प्रदान किए।

Ad 1

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *