Leopard Attack Varanasi : जिले के चिरईगांव और आसपास के क्षेत्रों में तेंदुए (Leopard Attack) की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। वन विभाग जहां तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान चला रहा है, वहीं सारनाथ के सिंहपुर गांव से तेंदुए के हमले की एक और घटना सामने आई है।
गांव के कोल्हाड़ बस्ती निवासी सुभाष राजभर पर 27 मई की रात उस वक्त तेंदुए (Leopard Attack) ने हमला कर दिया, जब वे अपने खेत की रखवाली कर रहे थे। सुभाष ने बताया कि खेत में कुछ आहट सुनकर वे जागे और सामने तेंदुए को देखकर डर गए। लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाई और जान बचाने के लिए सीधे तेंदुए से भिड़ गए।
तेंदुए के मुंह में चला गया था हाथ
सुभाष राजभर ने बताया कि हाथ तेंदुए (Leopard Attack) के मुंह में चला गया, जिससे दोनों हाथों के पंजे बुरी तरह जख्मी हो गए। शोर मचाने पर तेंदुआ वहां से भाग गया। घायल अवस्था में सुभाष को पहले पांडेयपुर स्थित जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
लेकिन खून बहना बंद न होने पर परिजन उन्हें एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने दोनों हाथों में 14 टांके लगाए। अब उनकी हालत में सुधार है, लेकिन गांव में अब भी डर का माहौल है।
गांववालों ने भी देखी तेंदुए की झलक
गांव के कांता, बबलू, रवि और दरोगा राजभर ने बताया कि बुधवार रात को उन्होंने तेंदुए को खेतों में घूमते देखा था। जब गांववालों ने शोर मचाया तो वह भाग गया।
सर्च ऑपरेशन में शामिल हुआ ड्रोन
गौरतलब है कि इससे पहले चिरईगांव क्षेत्र में तेंदुए के हमले में तीन युवक घायल हो चुके हैं। वन विभाग की टीम अब तेंदुए को पकड़ने के लिए ड्रोन की मदद से तलाशी अभियान चला रही है।
गांव में दहशत
लगातार हो रही घटनाओं से गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़कर गांव को राहत दी जाए।