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कफ, जुकाम और सिरदर्द से हैं परेशान? घर पर अपनाएं ये असरदार घरेलू नुस्खे, मिलेगा जल्द आराम

 
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सर्दियों का मौसम आते ही हमारी लाइफस्टाइल में कई बदलाव हो जाते हैं। ठंडी हवा, कम धूप, भारी कपड़ों में ज्यादा समय बिताना और शारीरिक गतिविधि का कम हो जाना सीधे सेहत पर असर डालता है। नतीजा यह कि सर्दी-जुकाम, नाक बंद होना, गले में जलन, सिर भारी लगना और शरीर में जकड़न जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। कई बार यह छोटी-सी परेशानी पूरे दिन की एनर्जी खत्म कर देती है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, सर्दियों में इम्युनिटी कमजोर पड़ जाती है और ठंडी हवा के संपर्क में आने से कफ जल्दी जमने लगता है। ऊपर से देर रात तक मोबाइल-लैपटॉप का इस्तेमाल, नींद की कमी और खान-पान में लापरवाही इन दिक्कतों को और बढ़ा देती है। ऐसे में मौसम के साथ लाइफस्टाइल में सही बदलाव बेहद जरूरी हो जाता है।

आयुर्वेद का पुराना नुस्खा, आज भी उतना ही असरदार

आयुर्वेद में भाप लेने की प्रक्रिया को स्वेदन कर्म कहा गया है। यह शरीर को हल्की गर्मी देकर अंदर जमे टॉक्सिन्स (अमा) को पिघलाने और बाहर निकालने में मदद करती है। यही वजह है कि पुराने समय में दादी-नानी भाप को हर बीमारी की पहली दवा मानती थीं।

भाप क्यों देती है तुरंत राहत?

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि भाप लेने से कफ और वात दोष संतुलित होते हैं। इससे नाक और गले में जमी गंदगी ढीली पड़ती है, सांस लेना आसान होता है और शरीर हल्का महसूस करता है। नियमित रूप से भाप लेने से साइनस, एलर्जी, मांसपेशियों की जकड़न और मानसिक तनाव में भी राहत मिलती है।

सर्दी-जुकाम के लिए किचन वाली भाप

अगर नाक बंद है या छाती में कफ जमा है, तो किचन में मौजूद मसाले ही कारगर इलाज बन सकते हैं।
एक बर्तन में पानी उबालें और उसमें—

  • 1 चम्मच अजवाइन

  • 5–7 तुलसी के पत्ते

  • 2–3 लौंग
    डाल दें। तौलिए से सिर ढककर 5 से 10 मिनट तक भाप लें। यह मिश्रण नाक खोलने, कफ पतला करने और तुरंत आराम देने में मदद करता है।

गले की खराश और खांसी में क्या करें?

गले में दर्द, सूजन या लगातार खांसी की समस्या हो तो हल्दी और मुलेठी वाली भाप फायदेमंद मानी जाती है। यह प्राकृतिक एंटीसेप्टिक की तरह काम करती है और गले के संक्रमण को कम करती है। कुछ ही दिनों में आवाज बैठने और जलन में राहत महसूस होने लगती है।

त्वचा और चेहरे के लिए भी वरदान

भाप सिर्फ सर्दी-जुकाम तक सीमित नहीं है। नीम के पत्ते और गुलाबजल की कुछ बूंदें डालकर ली गई भाप चेहरे के रोमछिद्र खोलती है, अतिरिक्त तेल निकालती है और पिंपल्स में आराम देती है। भाप के बाद हल्का मॉइश्चराइज़र लगाना जरूरी होता है।

तनाव और सिरदर्द में भी कमाल

अगर दिनभर की थकान और तनाव के कारण सिरदर्द हो रहा है, तो लैवेंडर या चंदन के तेल की भाप लें। इसकी खुशबू मन को शांत करती है और गर्म भाप ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाती है। रात में भाप लेने से नींद भी अच्छी आती है।

निष्कर्ष: सर्दियों में सर्दी-जुकाम से बचाव और राहत के लिए दादी-नानी का यह देसी नुस्खा आज भी उतना ही असरदार है—बस जरूरत है इसे सही तरीके से अपनाने की।