अमित शाह का ममता बनर्जी पर हमला, बोले - बंगाल सरकार चुनावी लाभ के लिए बांग्लादेशी घुसपैठ को बढ़ावा दे रही
Kolkata : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि उनकी सरकार चुनावी लाभ के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों को बढ़ावा दे रही है। शाह ने कहा कि 2026 के विधानसभा चुनाव घुसपैठ के मुद्दे पर लड़े जाएंगे। जवाब में ममता बनर्जी ने शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना महाभारत के दुशासन और दुर्योधन से की और पूछा कि अगर घुसपैठिए सिर्फ बंगाल से आते हैं, तो पहलगाम और दिल्ली में हमले किसने कराए?
शाह का दौरा और आरोप
अमित शाह फिलहाल 2026 के बंगाल चुनावों से पहले राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। बांकुरा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने ममता सरकार पर पड़ोसी बांग्लादेश के साथ सीमा पर बाड़ लगाने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया। शाह ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार चुनावी फायदे के लिए घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है, जिससे राज्य की सुरक्षा खतरे में है।
ममता का पलटवार: 'शकुनी का चेला बंगाल आया'
टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बांकुरा में ही एक जनसभा में शाह के बयान का जवाब दिया। उन्होंने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को एआई की मदद से किया जा रहा 'बड़ा घोटाला' करार दिया और कहा कि शकुनी का चेला दुशासन जानकारी जुटाने के लिए बंगाल आया है। चुनाव आते ही दुशासन और दुर्योधन प्रकट हो जाते हैं। ममता ने पीएम मोदी के 20 दिसंबर के बंगाल दौरे का जिक्र करते हुए बीजेपी पर लोगों को परेशान करने का आरोप लगाया।
पहलगाम हमला आपने कराया क्या?
ममता ने शाह के घुसपैठ वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी कहती है कि घुसपैठिए सिर्फ बंगाल से आते हैं। अगर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी नहीं हैं, तो पहलगाम की घटना कैसे हुई? क्या आपने पहलगाम में हमला करवाया था? दिल्ली में हुई घटना के पीछे कौन था? उन्होंने बीजेपी को चेतावनी दी कि अगर मतदाता सूची से एक भी वैध मतदाता का नाम हटाया गया, तो टीएमसी दिल्ली में चुनाव आयोग का घेराव करेगी।
एसआईआर पर विवाद
ममता ने एसआईआर को लेकर कहा कि इससे करीब 60 लोगों की मौत हो चुकी है और बुजुर्गों को दस्तावेज सत्यापन के लिए परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग इस उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करेंगे। लोग बीजेपी को बंगाल में सत्ता में नहीं आने देंगे। वहीं, शाह ने घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा पर बाड़ लगाने की जरूरत पर जोर दिया।
ममता ने रेलवे परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सभी रेलवे प्रोजेक्ट राज्य की दी गई जमीन से पूरे हुए। आज बीजेपी कह रही है कि ममता ने जमीन नहीं दी, तो पेट्रापोल और अंडाल में जमीन किसने दी? यह विवाद 2026 के चुनावों से पहले बंगाल की सियासत को और गर्मा सकता है, जहां टीएमसी और बीजेपी के बीच घमासान जारी है।
