भाजपा की बंपर जीत: महाराष्ट्र नगर परिषद एवं नगर पंचायत चुनावों में महायुति का दबदबा
मुंबई I महाराष्ट्र में 286 नगर परिषदों एवं नगर पंचायतों के लिए हुए चुनावों के परिणामों ने सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की मजबूत स्थिति को एक बार फिर साबित कर दिया है। रुझानों एवं शुरुआती नतीजों के अनुसार, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जो 120 से अधिक स्थानों पर नगराध्यक्ष पद जीतने की ओर अग्रसर है। उसके सहयोगी दलों में शिवसेना (शिंदे गुट) करीब 50-53 एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) 30-40 स्थानों पर सफलता प्राप्त कर रहे हैं।
विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) काफी पीछे रह गई है। कांग्रेस करीब 35 स्थानों पर आगे है, जबकि शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) मात्र 8-9 एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) 7-8 नगराध्यक्ष पद ही हासिल कर पाई दिख रही है। कुल मिलाकर महायुति 200 से अधिक निकायों पर कब्जा जमाने की ओर है।
महायुति की शानदार सफलता
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों का यह दौर विधानसभा चुनाव के बाद महायुति के लिए बड़ा जनादेश साबित हुआ है। दो दिसंबर एवं 20 दिसंबर को हुए मतदान के बाद आज घोषित हो रहे परिणामों में भाजपा ने अपने सहयोगियों से कहीं आगे बढ़त बनाई है। कुछ स्थानों पर भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध भी चुने गए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में भाजपा ने राज्यव्यापी संगठन एवं विकास के मुद्दे पर जनता का भारी समर्थन हासिल किया।
शिवसेना (शिंदे गुट) ने भी अपना प्रभाव बनाए रखा है, जबकि अजित पवार की राष्ट्रवादी ने बारामती सहित कई महत्वपूर्ण जगहों पर जीत दर्ज की। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एवं अजित पवार की राजनीतिक ताकत में इस जीत से और इजाफा हुआ है।
विपक्ष को झटका
महा विकास आघाड़ी के लिए यह परिणाम निराशाजनक रहे। उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) को बेहद कम सफलता मिली, जिससे ठाकरे परिवार की मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) पर पकड़ भी कमजोर पड़ती दिख रही है। शरद पवार गुट भी सीमित सफलता तक सिमट गया। कांग्रेस ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन कुल मिलाकर एमवीए महायुति से काफी पीछे है।
आगामी महानगरपालिका चुनावों महत्वपूर्ण संकेत
ये परिणाम आगामी 29 महानगरपालिकाओं के चुनावों के लिए महत्वपूर्ण संकेत हैं। बीएमसी पर ठाकरे गुट की उम्मीदें अब और कमजोर पड़ गई हैं, जबकि महायुति के हौसले बुलंद हैं।
