लखीमपुरखीरी I उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखीमपुर खीरी के मुस्तफाबाद स्थित कबीरधाम में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने समाज में एकजुटता का संदेश देते हुए कहा कि संत कबीरदास ने जातीयता और सामाजिक विसंगतियों पर करारा प्रहार किया था।
उन्होंने कहा, "जात-पात पूछे ना कोई, हरि को भजे सो हरि का होइ।" योगी ने जोर देकर कहा कि जाति के नाम पर समाज का विभाजन देश की गुलामी का कारण बना था। संत रामानंद, कबीरदास और रविदास जैसे महापुरुषों ने समाज को नई दिशा दी, जिसकी प्रासंगिकता आज भी बरकरार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी समाज में आस्था पर प्रहार और जातीय आधार पर विभाजन की साजिशें हो रही हैं। ऐसी टिप्पणियां सामने आती हैं जो भारत और भारतीयता का अपमान करती हैं। उन्होंने समाज की बुराइयों को संतों के मार्गदर्शन से दूर करने और सन्मार्ग पर चलकर राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पित होने का आह्वान किया। योगी ने कहा, "बीमारी को समय रहते ठीक करना जरूरी है, वरना वह कैंसर बन सकती है।"
एकजुटतासेअसंभवभीसंभव
मुख्यमंत्री ने कहा कि एकजुटता से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। उन्होंने अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण का उदाहरण देते हुए कहा कि 10 साल पहले इसे सपना माना जाता था, लेकिन आज यह हकीकत है। पिछले साल अयोध्या में छह करोड़ श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जिससे वहां रौनक लौट आई है।
2014केबादभारतकोमिलीवैश्विकपहचान
योगी ने कहा कि 2014 से पहले भारत अपनी वैश्विक पहचान खो चुका था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने नई ऊंचाइयां छुईं। भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। उन्होंने आयुष्मान योजना, रसोई गैस, शौचालय और मुफ्त राशन जैसी सरकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इनका लाभ 50 करोड़ लोगों तक पहुंच रहा है।