भारतीय वायुसेना किसी भी चुनौती के लिए तैयार: एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह
Dec 11, 2025, 12:28 IST
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New Delhi : भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने बुधवार को कहा कि वायुसेना किसी भी शत्रु देश के दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। वर्ष 1971 में पाकिस्तान पर भारत की विजय के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे विजय दिवस के अवसर पर मोहनबारी वायुसेना स्टेशन, डिब्रूगढ़ में आयोजित भव्य हवाई प्रदर्शन के दौरान उन्होंने यह बात कही।
एयर चीफ मार्शल सिंह ने बताया कि भारतीय वायुसेना अपने पिछले अनुभवों के आधार पर लगातार अपनी स्टील्थ क्षमता और युद्ध रणनीति को मजबूत कर रही है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर कोई शत्रु राष्ट्र किसी भी तरह का दुस्साहस करता है, तो हम उसे करारा जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
दो मोर्चों पर युद्ध की क्षमता
वायुसेना प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत, विशेष रूप से भारतीय वायुसेना, किसी भी आपात स्थिति में दो मोर्चों पर युद्ध लड़ने के लिए सक्षम है। उन्होंने 1971 के युद्ध में वायुसेना की निर्णायक भूमिका को याद करते हुए कहा कि दिन के समय अभियान, अंतिम प्रहार और बांग्लादेश के राज्यपाल भवन पर सटीक कार्रवाई ने युद्ध को त्वरित रूप से समाप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
13 दिनों में पाकिस्तान हुआ घुटने टेकने को मजबूर
एयर चीफ मार्शल सिंह ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों की केवल 13 दिनों की त्वरित और संगठित कार्रवाई ने पाकिस्तान को युद्धविराम की अपील करने पर मजबूर कर दिया था। उन्होंने संयुक्त कार्यकुशलता को सफलता का मुख्य आधार बताते हुए कहा कि नदी पार करने या हवाई मार्ग से सामग्री गिराने जैसे अभियान तभी संभव होते हैं जब सेना और वायुसेना के बीच सुदृढ़ समन्वय हो।
संयुक्त अभियानों से मिलती है बड़ी जीत
सिंह ने कहा कि 1971 के युद्ध ने यह साबित किया कि तीनों सेनाओं — थल सेना, वायुसेना और नौसेना — के संयुक्त और सक्रिय सहयोग से बड़े पैमाने पर जीत हासिल की जा सकती है।
शानदार हवाई प्रदर्शन ने मोहा मन
इससे पहले, पूर्वी वायु कमान द्वारा आयोजित हवाई प्रदर्शन ने आम नागरिकों, सैन्य अधिकारियों, वायुसेना के दिग्गजों और बड़ी संख्या में मौजूद स्कूली बच्चों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस प्रदर्शन में भारतीय वायुसेना के प्रमुख विमानों — सुखोई एसयू-30, डोर्नियर डीओ-228, एंटोनोव एएन-32, चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर — ने हिस्सा लिया।
