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भारत-बांग्लादेश तनाव: भारत की कार्रवाई के बाद बांग्लादेश ने वीजा सेवाएं बंद कीं

 
भारत-बांग्लादेश तनाव: भारत की कार्रवाई के बाद बांग्लादेश ने वीजा सेवाएं बंद कीं
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नई दिल्ली I भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते कूटनीतिक तनाव ने अब वीजा सेवाओं को भी प्रभावित कर दिया है। सोमवार को नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग ने अचानक घोषणा की कि वह सभी कांसुलर और वीजा सेवाओं को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर रहा है। उच्चायोग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है, "अनिवार्य परिस्थितियों के कारण बांग्लादेश उच्चायोग, नई दिल्ली से सभी कांसुलर और वीजा सेवाएं अगली सूचना तक अस्थायी रूप से निलंबित की जाती हैं। इससे होने वाली असुविधा के लिए खेद है।"

यह कदम एक तरह से 'टिट फॉर टैट' माना जा रहा है, क्योंकि रविवार को भारत ने बांग्लादेश के चटगांव (चट्टोग्राम) स्थित भारतीय वीजा आवेदन केंद्र (IVAC) की सेवाएं सुरक्षा कारणों से निलंबित कर दी थीं। IVAC ने बयान में कहा था कि सहायक उच्चायोग (AHCI) चटगांव में हालिया सुरक्षा घटना के कारण 21 दिसंबर 2025 से सेवाएं बंद रहेंगी।

हादी की मौत से भड़की हिंसा का असर

यह तनाव बांग्लादेश के प्रमुख युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत से उपजी हिंसा से जुड़ा है। हादी, जो पिछले साल शेख हसीना सरकार के खिलाफ छात्र आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक थे और फरवरी 2026 में होने वाले चुनाव के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार थे, 12 दिसंबर को ढाका में नकाबपोश हमलावरों द्वारा गोली मारे जाने के बाद सिंगापुर में इलाज के दौरान 18 दिसंबर को निधन हो गया। उनकी मौत के बाद बांग्लादेश में व्यापक प्रदर्शन हुए, जिनमें कई जगहों पर भारतीय मिशनों के बाहर नारेबाजी और पत्थरबाजी हुई। चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायुक्त के आवास पर पत्थर फेंके गए, जिसके बाद भारत ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए वीजा केंद्र बंद किया।

उधर, दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर शनिवार रात को एक छोटे समूह (20-25 लोग) ने प्रदर्शन किया, जिसमें बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों के खिलाफ नारे लगे। बांग्लादेश ने इसे सुरक्षा खतरा बताते हुए अपने उच्चायुक्त की सुरक्षा पर चिंता जताई और वीजा सेवाएं निलंबित कर दीं।

दोनों देशों में बढ़ती खाई

विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि बांग्लादेश में चल रहे राजनीतिक बदलाव भारत के लिए 1971 के बाद सबसे बड़ा रणनीतिक संकट बन सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हादी की मौत से उपजे एंटी-इंडिया प्रदर्शनों और अल्पसंख्यक सुरक्षा के मुद्दों ने दोनों देशों के संबंधों को और जटिल बना दिया है। भारत ने बांग्लादेश से अपने मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है, जबकि बांग्लादेश ने दिल्ली में हुए प्रदर्शन पर कड़ी आपत्ति जताई है।