भारतीय सेना की नई सोशल मीडिया नीति: 5 साल बाद मिलेगी सोशल मीडिया इस्तेमाल की छूट
नई दिल्ली I भारतीय सेना ने अपनी सोशल मीडिया नीति में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, अब सेना के जवान और अधिकारी इंस्टाग्राम का इस्तेमाल केवल देखने और निगरानी के उद्देश्य से कर सकेंगे। पोस्ट करना, लाइक करना, कमेंट करना या किसी भी तरह की इंटरैक्शन पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसे 'पैसिव पार्टिसिपेशन' कहा गया है, यानी केवल जानकारी प्राप्त करने तक सीमित।
यह निर्देश सेना मुख्यालय की मिलिट्री इंटेलिजेंस विंग की ओर से जारी किया गया है और 23 दिसंबर 2025 से तुरंत प्रभावी हो गया है। नए नियमों का मुख्य उद्देश्य जवानों को डिजिटल युग में अपडेट रखना है, साथ ही फेक न्यूज या भ्रामक कंटेंट की पहचान कर उसे सीनियर अधिकारियों तक रिपोर्ट करना है। यदि कोई जवान संवेदनशील या फर्जी पोस्ट देखता है, तो इसकी सूचना ऊपरी अधिकारियों को देनी होगी, जिसके बाद कार्रवाई हो सकती है।
पृष्ठभूमि में देखें तो 2020 में गलवान घाटी झड़प के बाद सुरक्षा कारणों से फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत कई ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया था। उस समय दुश्मन देशों द्वारा हनी ट्रैप और संवेदनशील जानकारी लीक होने का खतरा बताया गया था। पहले से ही फेसबुक, एक्स (ट्विटर), यूट्यूब, लिंक्डइन, टेलीग्राम और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स का सीमित इस्तेमाल कड़ी निगरानी में अनुमति थी, लेकिन इंस्टाग्राम पर अब विशेष रूप से व्यू-ओनली मोड की छूट दी गई है।
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर जोर देते हुए कहा था कि स्मार्टफोन आज जरूरी है, लेकिन विवेकपूर्ण उपयोग आवश्यक है। उन्होंने 'रिएक्ट' करने और 'रिस्पॉन्ड' करने में फर्क बताया – जल्दबाजी में प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि सोच-समझकर जवाब देना।
