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इंडिगो-एयर इंडिया की डुओपॉली को चुनौती: भारतीय आसमान में तीन नई एयरलाइंस की एंट्री

 
इंडिगो-एयर इंडिया की डुओपॉली को चुनौती: भारतीय आसमान में तीन नई एयरलाइंस की एंट्री
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नई दिल्ली I हाल ही में इंडिगो एयरलाइंस के बड़े पैमाने पर फ्लाइट रद्द होने और देरी की समस्या से पूरे देश ने परेशानी झेली, जिसने भारतीय विमानन क्षेत्र में इंडिगो और एयर इंडिया ग्रुप की दुविधा (डुओपॉली) को उजागर किया। अब इस स्थिति में बदलाव के संकेत दिख रहे हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने तीन नई एयरलाइंस - शंख एयर, अल हिंद एयर और फ्लाईएक्सप्रेस  को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) प्रदान किया है, जिससे बाजार में अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, "पिछले एक सप्ताह में भारतीय आसमान में उड़ान भरने की इच्छुक नई एयरलाइंस शंख एयर, अल हिंद एयर और फ्लाईएक्सप्रेस की टीमों से मिलकर बेहद खुशी हुई। शंख एयर को पहले ही एनओसी मिल चुकी है, जबकि अल हिंद एयर और फ्लाईएक्सप्रेस को इस सप्ताह एनओसी प्राप्त हुई है।"

यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दिसंबर की शुरुआत में इंडिगो की हजारों फ्लाइट्स रद्द होने से यात्रियों को भारी असुविधा हुई थी। इंडिगो का बाजार हिस्सा 60% से अधिक है, जबकि एयर इंडिया ग्रुप का लगभग 25-30%। दोनों मिलकर घरेलू बाजार के 90% से ज्यादा हिस्से पर कब्जा जमाए हुए हैं। नई एयरलाइंस के प्रवेश से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और यात्री अधिक विकल्प पा सकेंगे।

शंख एयर उत्तर प्रदेश आधारित कंपनी है, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से संचालन शुरू करेगी। शुरुआती रूट्स में लखनऊ से वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, चित्रकूट, इंदौर और देहरादून शामिल हैं। अल हिंद एयर केरल के अलहिंद ग्रुप से जुड़ी है, जबकि फ्लाईएक्सप्रेस हैदराबाद की कूरियर कंपनी से समर्थित है। ये एयरलाइंस 2026 में व्यावसायिक उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही हैं।

हालांकि, एनओसी केवल शुरुआती मंजूरी है। इन कंपनियों को अब डीजीसीए से एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (एओसी) प्राप्त करना होगा, जो एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि नई एयरलाइंस क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगी, खासकर उड़ान योजना के तहत छोटे शहरों को जोड़ने में।

सवाल यह है कि क्या ये नई कंपनियां इंडिगो जैसी दिग्गज से मुकाबला कर अपनी जगह बना पाएंगी? इंडिगो से परेशान यात्री नए विकल्प अपनाएंगे या पुरानी कंपनी पर भरोसा कायम रखेंगे? आने वाला समय बताएगा, लेकिन भारतीय विमानन क्षेत्र में नई उड़ान की शुरुआत हो चुकी है।