माघ मेला 2026 में पहली बार ‘पर्व स्नान’: महाकुंभ के अमृत स्नान जैसा भव्य नजारा, शाही शोभायात्रा के साथ संतों का संगम पर आगमन
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के समापन के बाद अब माघ मेला 2026 ऐतिहासिक रूप से भव्य होने जा रहा है। इस बार माघ मेले में पहली बार महाकुंभ के अमृत स्नान की तर्ज पर ‘पर्व स्नान’ का आयोजन होगा। जगद्गुरु, रामानंदाचार्य, महामंडलेश्वर, द्वाराचार्य, संत-महंत और श्रीमहंत शाही स्नान की तरह भव्य शोभायात्रा निकालकर संगम में डुबकी लगाएंगे।
खाक चौक के प्रधानमंत्री जगद्गुरु संतोषाचार्य सतुआ बाबा ने बताया कि जो श्रद्धालु महाकुंभ के तीन अमृत स्नान में शामिल नहीं हो सके, उनके लिए माघ मेले का पर्व स्नान किसी वरदान से कम नहीं होगा। यह दृश्य पूरी तरह महाकुंभ के शाही स्नान जैसा होगा। बनारस के प्रमुख मठ-मंदिर-आश्रमों के साथ ही शंकराचार्य परंपरा के भी शिविर संगम तट पर लगेंगे।
माघ मेले की शुरुआत 3 जनवरी 2026 को पौष पूर्णिमा स्नान से होगी। देशभर के अखाड़ों व संत समाज ने अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। सतुआ बाबा ने बताया कि 4-5 दिसंबर से ही मेला क्षेत्र में भूमि आवंटन शुरू हो जाएगा। इस बार संत समाज ने मेले के लिए 300 बीघा जमीन की मांग की है।
माघ मेला 2026 के प्रमुख स्नान पर्व:
- 3 जनवरी 2026 – पौष पूर्णिमा (मेला प्रारंभ)
- 14 जनवरी 2026 – मकर संक्रांति
- 18 जनवरी 2026 – मौनी अमावस्या (प्रमुख पर्व स्नान)
- 23 जनवरी 2026 – बसंत पंचमी (दूसरा प्रमुख पर्व स्नान)
- 1 फरवरी 2026 – माघी पूर्णिमा
- 15 फरवरी 2026 – महाशिवरात्रि
