Varanasi : निषादराज की जयंती (Nishadraj Jayanti 2025) इस वर्ष 2 अप्रैल, बुधवार को भव्य तरीके से मनाई जाएगी। इस अवसर पर एक शानदार शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भगवान राम और निषादराज, शिव-पार्वती, राधा-कृष्ण सहित अन्य आकर्षक झांकियां लोगों का मन मोहेंगी। मां गंगा निषादराज सेवा न्यास की बैठक में इस कार्यक्रम को लेकर विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि काशी में 2 अप्रैल को नौका संचालन पूरी तरह बंद रखकर जयंती को भव्य रूप से मनाया जाएगा।

संगठन के अध्यक्ष प्रमोद मांझी ने बताया कि निषादराज जयंती के मौके पर दशाश्वमेध घाट के चितरंजन पार्क से भव्य शोभायात्रा शुरू होगी, जो विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए निषादराज घाट भदैनी पहुंचेगी। यह शोभायात्रा गोदौलिया, मदनपुरा, जंगमबाड़ी जैसे रास्तों से होकर निषादराज मंदिर तक जाएगी, जहां इसका समापन होगा। इसमें निषादराज समिति और समाज के अन्य लोगों की बड़ी संख्या में भागीदारी होगी।

उन्होंने आगे बताया कि शोभायात्रा में खास झांकियां सजाई जाएंगी, जिनमें निषादराज, प्रभु श्रीराम, शिव-पार्वती और राधा-कृष्ण की झांकियां शामिल होंगी। ढोल-नगाड़ों और बाजों की धुनों से माहौल गूंजेगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के बाहर से भी बाजे शामिल होंगे। शोभायात्रा के बाद निषादराज मंदिर में पूजा-पाठ और भजन का आयोजन होगा, साथ ही विशाल भंडारे का भी इंतजाम किया गया है। इसमें सभी सेवक और दर्शनार्थी प्रसाद ग्रहण करेंगे।

इस दिन काशी में गंगा नदी में नौका संचालन पूरी तरह बंद रहेगा। प्रमोद मांझी ने स्पष्ट किया कि शाम को गंगा आरती के लिए भी नावें नहीं चलेंगी। यह निर्णय निषाद समाज की परंपरा और निषादराज जयंती के सम्मान में लिया गया है। यह आयोजन वाराणसी में निषाद समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण और यादगार पल होगा।