वाराणसी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam Terror Attack) में पाकिस्तान प्रायोजित जघन्य हत्याकांड के खिलाफ वाराणसी में नागरिकों का आक्रोश फूट पड़ा। शुक्रवार को नीमा वाराणसी शाखा, भारतीय मानवाधिकार परिवार और भारत विकास परिषद (महामना) के संयुक्त तत्वावधान में एक मौन आक्रोश रैली निकाली गई। रैली संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के गेट से शुरू होकर लहुराबीर स्थित आज़ाद पार्क पहुंची, जहां श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।

श्रद्धांजलि सभा में धर्म पूछकर मारे गए निर्दोष लोगों को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की गई। रैली के संयोजक डॉ. सुनील कुमार मिश्रा ने कहा कि पाकिस्तान (Pahalgam Terror Attack) का उद्देश्य भारत में सांप्रदायिक विद्वेष फैलाकर गृह युद्ध करवाना है, लेकिन भारत की साझा संस्कृति और एकता को वह कभी तोड़ नहीं सकता। भारत के हिंदू-मुसलमान जानते हैं कि उनका सामाजिक ताना-बाना एक-दूसरे का पूरक है और उनके पूर्वज एक हैं।
रैली को संबोधित करते हुए नीमा के अध्यक्ष डॉ. राज कुमार यादव, सचिव डॉ. विनय पांडे, डॉ. वी.एन. रॉकी, डॉ. प्रियंका जायसवाल और डॉ. डॉली श्रीवास्तव ने एक स्वर में पाकिस्तान के कायराना कृत्य की निंदा की और केंद्र सरकार से कठोर कदम उठाने की मांग की।
रैली में शामिल अन्य प्रमुख लोगों में डॉ. अरुण गुप्ता, डॉ. जे.पी. गुप्ता, डॉ. अजहर, डॉ. सलिलेश मालवीय, डॉ. अरुण सिंह, डॉ. राकेश मोहन, डॉ. एस.आर. सिंह, डॉ. मोबिन, डॉ. रोशन अली, रतेन्द्र सिंह, रेनू सिंह, डॉ. इश्तियाक़, डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. संदीप पांडे और जिशान हैदर सहित कई गणमान्य नागरिक शामिल रहे।
रैली के दौरान यह मांग प्रमुखता से उठाई गई कि भारत सरकार पाकिस्तान (Pahalgam Terror Attack) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और अपने अधिकृत क्षेत्र पीओके को भारत में मिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए।
