Srinagar/Delhi : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले(Pahalgam Terror Attack) के बाद देशभर में राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। इस हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी, जिसके बाद विपक्ष जहां सरकार से जवाब मांग रहा है, वहीं सत्ताधारी पक्ष सख्त कार्रवाई की बात कह रहा है।नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (National Conference leader) ने बयान देते हुए कहा कि हम पिछले 35 सालों से आतंकवाद झेल रहे हैं। अब इसका अंत होना चाहिए। आखिर कब तक हम छाती पीटते रहेंगे।

फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिए केंद्र सरकार को ठोस और निर्णायक फैसले लेने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जानते हैं कि क्या करना है और देश इस समय उनके साथ खड़ा है। महबूबा मुफ्ती के बयानों पर टिप्पणी करने से इंकार करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा। वह जो कहती हैं, उसका निशाना प्रधानमंत्री पर होता है।
कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक पर फिर से सबूत मांगने को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने संयम बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि चन्नी को कहिए कि थोड़ा सब्र रखें, सब्र में ही सब कुछ ठीक होगा।

गौरतलब है कि चरणजीत सिंह चन्नी ने हाल में 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए एक बार फिर सबूत मांगे थे। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ है और मारे गए लोगों के परिवारों को न्याय मिलना चाहिए।