जयराम रमेश पर विशेषाधिकार हनन की तलवार! प्रिविलेज कमेटी ने माना मामला गंभीर
New Delhi: राज्यसभा में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश के खिलाफ विशेषाधिकार हनन मामले पर प्रिविलेज कमेटी की बैठक हुई। उपसभापति हरिवंश और कई सदस्यों ने भाग लिया। मामला अदाणी प्रकरण के दौरान सभापति पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से जुड़ा है, जिसके बाद शिकायत दर्ज की गई थी।
New Delhi : राज्यसभा में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश के खिलाफ विशेषाधिकार हनन मामले में सोमवार को प्रिविलेज कमेटी की अहम बैठक हुई। बैठक में उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, तथा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी, दीपक प्रकाश, कार्तिकेय शर्मा, जी.के. वासन और सुरेंद्र नागर मौजूद रहे।
मामला अदाणी प्रकरण के दौरान की गई उस टिप्पणी से जुड़ा है जिसमें जयराम रमेश ने सभापति पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी के बाद उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
समिति ने मामले को गंभीर माना
सूत्रों के अनुसार, प्रिविलेज कमेटी ने इस प्रकरण को गंभीर प्रकृति का मामला माना है और संभावना है कि जयराम रमेश को दोबारा पेश होने के लिए बुलाया जा सकता है। बैठक में जयराम रमेश स्वयं उपस्थित हुए और उन्होंने अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि आसन का अपमान करना मेरा उद्देश्य नहीं था। मैं सदन और आसन का पूरा सम्मान करता हूं।
क्या था विवाद?
यह विवाद अप्रैल 2023 का है, जब BJP सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने जयराम रमेश के खिलाफ शिकायत की थी। जयराम रमेश ने बजट सत्र के दौरान कथित रूप से कहा था कि सभापति को सत्तारूढ़ दल का चीयरलीडर नहीं होना चाहिए… विपक्ष को भी सुना जाना चाहिए।
यह बयान उस समय आया था जब अदाणी मुद्दे पर JPC जांच की मांग को लेकर विपक्ष ने लगातार हंगामा किया था, जिसके कारण बजट सत्र में बार-बार व्यवधान उत्पन्न हुआ और सदन का कामकाज प्रभावित रहा।
