प्रयागराज। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। टिकैत ने कहा कि महाकुंभ के लिए चल रहे निर्माण कार्य छह महीने पहले ही पूरे हो जाने चाहिए थे, लेकिन ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत के चलते काम में काफी देरी हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी अमला महाकुंभ के फंड का दुरुपयोग कर रहा है, जिससे शहर का विकास कार्य पिछड़ गया है।
टिकैत ने उत्तर प्रदेश विधानसभा की नौ सीटों पर होने वाले उपचुनावों में भी गड़बड़ी की आशंका जताई है। टिकैत का कहना है कि पिछले चुनावों में सरकार ने धांधली की है और इस बार भी निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के नतीजे सरकार की स्थिरता पर असर नहीं डालेंगे, इसलिए इस बार चुनाव निष्पक्ष हो सकता है, लेकिन फिर भी गड़बड़ी की संभावना बनी रहती है। साथ ही उन्होंने किसानों से एकजुट रहने का आग्रह करते हुए कहा कि वर्तमान समय में अदालतों से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है और कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक हो गई है। उन्होंने कहा कि यह समय है कि किसान मिलकर अपने अधिकारों के लिए खड़े हों।
प्रयागराज में रिंग रोड के लिए किसानों की जमीन अधिग्रहण से संबंधित मुद्दों पर आयोजित महापंचायत में भी राकेश टिकैत ने हिस्सा लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की महंगी जमीनें सस्ती कीमतों पर जबरन अधिग्रहित की जा रही हैं और मुआवजा बढ़ाने के बजाय जमीन का सर्किल रेट जानबूझकर नहीं बढ़ाया जा रहा है। टिकैत ने आवारा पशुओं से किसानों की फसलों को हो रहे नुकसान का मुद्दा भी उठाया और कहा कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।