माघ मेले की तैयारियों का CM योगी ने लिया जायजा, AI निगरानी, टेंट सिटी और 3800 बसों समेत होंगे ये भव्य आयोजन
प्रयागराज। हर वर्ष त्रिवेणी संगम तट पर आयोजित होने वाला विश्व प्रसिद्ध माघ मेला इस बार और भी बड़े पैमाने पर आयोजित होने जा रहा है। शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे और मेला क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और सभी कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माघ मेला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है और इसमें भक्तों, कल्पवासियों एवं संतों को सर्वोत्तम सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। 3 जनवरी से होगा शुभारंभ, बड़े स्तर पर तैयारियां मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि माघ मेला 3 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से शुरू होगा और 1 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान 15 जनवरी, 23 जनवरी, 1 फरवरी और 15 फरवरी को प्रमुख स्नान पर्व आयोजित होंगे।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण को कुंभ और महाकुंभ जैसे विशाल आयोजनों के प्रबंधन का अनुभव है, इसलिए 2026 के माघ मेले को 2024 की तुलना में अधिक व्यापक और आधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार किया जा रहा है। इस अवधि में लाखों कल्पवासियों और करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना जताई जा रही है। पहली बार माघ मेले में आधुनिक टेंट सिटी इस वर्ष माघ मेले की विशेष आकर्षण रहने वाली व्यवस्था टेंट सिटी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहली बार माघ मेले में 200 लग्ज़री कैंपों वाली टेंट सिटी तैयार की जा रही है। पहले यह सुविधा केवल कुंभ और महाकुंभ में मिलती थी। इस व्यवस्था से श्रद्धालुओं को आरामदायक आवास, सुरक्षित वातावरण और यातायात की सुगम सुविधाएं मिलेंगी।
AI कैमरों और आधुनिक तकनीक से सुरक्षा होगी मजबूत
सुरक्षा व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिए जाने की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मेला क्षेत्र में 400 AI कैमरे लगाए जा रहे हैं, जिनकी मदद से भीड़ प्रबंधन, घटना विश्लेषण और सुरक्षा निगरानी अत्याधुनिक तरीके से होगी। इसके अतिरिक्त 17 अस्थायी थाने, 42 पुलिस चौकियाँ, 20 फायर टेंडर और अग्निशमन चौकियाँ भी स्थापित की जाएंगी, जिससे हर आपात स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया संभव हो सके।
स्वास्थ्य, परिवहन और स्वच्छता की पुख़्ता व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वास्थ्य ढांचे को भी मजबूत किया जा रहा है। मेले में 20-20 बेड के दो अस्पताल, 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पांच आयुर्वेदिक और पांच होम्योपैथिक चिकित्सालय, तथा 50 एंबुलेंस लगातार सेवा में उपलब्ध रहेंगी। वहीं परिवहन निगम की 3800 बसें विभिन्न रूटों पर चलाई जाएंगी और सात सेक्टरों में 42 पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे। स्वच्छता व्यवस्था को प्राथमिकता देते हुए 25,000 शौचालय, 8,000 डस्टबिन और 3,000 सफाई कर्मी तैनात किए जा रहे हैं।
गंगा पूजन से की शुभ शुरुआत
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने संगम तट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा पूजन और आरती की एवं माघ मेले के शांतिपूर्ण और सफल आयोजन की कामना की। इसके बाद उन्होंने सभागार में विभागवार प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की और पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, कटान निरोधक कार्य और यातायात योजना जैसी प्रमुख कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली।
भक्तों को मिले दिव्य और भव्य अनुभव - सीएम योगी
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि माघ मेला आने वाले श्रद्धालुओं, संतों और कल्पवासियों के लिए सुरक्षित, व्यवस्थित और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण अनुभव बने। उन्होंने कहा कि सभी विभाग मिलकर उत्कृष्ट व्यवस्था प्रदान करें और कोई भी कमी न रहने पाए।
