वाराणसी। भारत में सस्ते डाटा दरों ने डिजिटल कारोबार के लिए नए अवसर खोले हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय की मंशा है कि भारतीय टेलीकॉम कंपनियां अन्य देशों की तुलना में सस्ता, विश्वसनीय, सुरक्षित और तेज ब्रॉडबैंड उपलब्ध कराएं, ताकि विदेशी कंपनियां भारत में व्यापार करने के लिए आकर्षित हो सकें।
भारत में डाटा दरें कई प्रमुख देशों की तुलना में बेहद कम हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यूनाइटेड स्टेट्स में डाटा की कीमत $6 प्रति GB है, जापान में $3.48, यूनाइटेड किंगडम में $0.62, ब्राजील में $0.40, रूस में $0.25, जबकि भारत में यह केवल $0.16 प्रति GB है (स्रोत: cable.co.uk)।
दूरसंचार विभाग के आंकड़ों के अनुसार, औसत मासिक डाटा खर्च भारत में $1.89 है, जबकि यूनाइटेड स्टेट्स में यह $49, ऑस्ट्रेलिया में $20.1, यूनाइटेड किंगडम में $12.5, चीन में $8.84, रूस में $6.55 और ब्राजील में $6.06 है। भारत में औसतन हर उपभोक्ता 21.3 GB डाटा प्रति माह उपयोग करता है।
भारत में 5G सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। साथ ही, किफायती 5G स्मार्टफोन की उपलब्धता डिजिटल उपयोग को और बढ़ा रही है। यह स्थिति ऑनलाइन कारोबार, जैसे टेलीमेडिसिन, डिजिटल पेमेंट, ऑनलाइन शिक्षा और ई-कॉमर्स के लिए लाभदायक साबित हो रही है।
सस्ते डाटा दर, विशाल बाजार, और मजबूत डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए एक पसंदीदा केंद्र बना रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत इन अनुकूलताओं का सही तरीके से लाभ उठाए, तो यह वैश्विक डिजिटल व्यापार का हब बन सकता है।