Varanasi : चितईपुर के सुसवाही इलाके में मंगलवार की शाम कोरियर कंपनी के मैनेजर विकास तिवारी पर फायरिंग करने वाले आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद धर दबोचा है। मुठभेड़ के दौरान जवाबी कार्रवाई में हमलावर के पैर में गोली लग गई, जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया और बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
क्या है मामला?
बिहार के रोहतास निवासी विकास तिवारी वाराणसी के चितईपुर क्षेत्र में किराए के मकान में रहते हैं और एक प्रतिष्ठित कोरियर कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। मंगलवार रात वे अपने गोदाम में कर्मचारियों को डिलीवरी सौंपने और अगले दिन भेजे जाने वाले पार्सलों की सूची तैयार कर रहे थे। तभी कछवां निवासी 25 वर्षीय विनीत तिवारी वहां पहुंचा और नौकरी की मांग करने लगा।
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विकास ने वैकेंसी न होने की बात कहकर विनीत को अगले दिन ऑनलाइन आवेदन करने को कहा। इससे विनीत वहां से लौट गया, लेकिन कुछ घंटे बाद दोबारा गोदाम पहुंचा। इस बार विकास ने नाराज़गी जाहिर की, जिससे युवक भड़क गया और कमर से तमंचा निकालकर फायरिंग कर दी। गोली विकास के चेहरे और नाक पर लगी। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।

पुलिस की सक्रियता से आरोपी पकड़ाया
घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी प्रवीण कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घायल विकास को अस्पताल भिजवाया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की गई और बुधवार को उसकी लोकेशन मिलने पर एसओजी और चितईपुर पुलिस ने घेराबंदी कर मुठभेड़ की। खुद को घिरता देख विनीत ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जवाबी गोलीबारी में उसके दाहिने पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
फोरेंसिक टीम ने जुटाए सबूत
घटनास्थल पर एडीसीपी सरवणन टी और एसीपी गौरव कुमार ने पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली और फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटवाए। पुलिस अब आरोपी की आपराधिक पृष्ठभूमि खंगाल रही है।
एडीसीपी बोले- नौकरी की तलाश में था आरोपी
एडीसीपी सरवणन टी ने बताया कि विनीत तिवारी काफी समय से रोजगार की तलाश कर रहा था। निराशा और गुस्से में आकर उसने यह दुस्साहसिक कदम उठाया। उसे ट्रॉमा सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, और आगे की जांच जारी है।