Varanasi: वाराणसी में आंगनबाड़ी कार्यकत्री के 199 रिक्त पदों के लिए हुई भर्ती में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। फर्जी आय और निवास प्रमाण-पत्र के जरिए नौकरी हासिल करने वाली 5 महिलाओं की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार आज इस संबंध में फाइल पर हस्ताक्षर करेंगे। जांच में फर्जी प्रमाण-पत्र पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही फर्जी प्रमाण-पत्र जारी करने के आरोप में दो लेखपालों पर भी कार्रवाई की गई है।
कब क्या हुआ?
आंगनबाड़ी कार्यकत्री के 199 रिक्त पदों के लिए 10,689 महिलाओं ने आवेदन किया था। 194 पदों पर भर्ती पूरी हुई थी। 26 मार्च को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने Varanasi में नवनियुक्त कार्यकत्रियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए थे। चयन में BPL कार्डधारकों को प्राथमिकता दी गई थी, जिसमें शहरी क्षेत्र के लिए 56,000 रुपये और ग्रामीण क्षेत्र के लिए 46,000 रुपये वार्षिक आय का मानक तय था।
शिकायत और जांच
Varanasi जिला कार्यक्रम अधिकारी के अनुसार, सदर तहसील से 7 और पिंडरा तहसील से 2 महिलाओं की नियुक्ति को लेकर IGRS और कार्यालय में शिकायतें मिलीं। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि फर्जी आय और निवास प्रमाण-पत्रों के आधार पर नौकरियां हासिल की गईं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कमेटी गठित की गई और सभी की जॉइनिंग रोक दी गई। जांच में 5 महिलाओं के प्रमाण-पत्र फर्जी पाए गए।
फर्जीवाड़े में शामिल महिलाएं

सदर तहसील:
नीतू विश्वकर्मा (अलईपुर नक्खी घाट) – फर्जी निवास प्रमाण-पत्र।
श्वेता सिंह (कमौली चिरईगांव) – फर्जी आय प्रमाण-पत्र।
सुमन चौबे (उदयपुर हरहुआ) – फर्जी निवास प्रमाण-पत्र।
पिंडरा तहसील:
स्नेहा वर्मा (नथईपुर बड़ागांव) – फर्जी आय प्रमाण-पत्र।

सीमा सिंह (मझगवांकला बड़ागांव) – फर्जी आय प्रमाण-पत्र।
लेखपालों पर कार्रवाई
फर्जी प्रमाण-पत्र जारी करने के मामले में लेखपाल पंकज गौतम को निलंबित कर दिया गया। पहले से निलंबित लेखपाल शिवप्रताप को आरोप-पत्र जारी किया गया।
रिक्त पदों पर फिर भर्ती Varanasi जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि Varanasi में 3,914 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनमें 3,869 कार्यकत्रियां तैनात हैं। रिक्त हुए पदों के लिए जल्द ही नई भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
