Varanasi: गंगा तीसरी बार चेतावनी बिंदु पार, अस्सी घाट जलमग्न, कई इलाके बाढ़ की चपेट में

Varanasi: गंगा नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है, जिससे शहर में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रविवार को गंगा का जलस्तर 70.35 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर से ऊपर है। गंगा 2.5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। इस साल Varanasi में यह तीसरी बार है जब गंगा चेतावनी बिंदु को पार कर चुकी है।

अस्सी घाट जलमग्न, रास्ते बंद

WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now

जलस्तर बढ़ने से अस्सी घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया है। बैकफ्लो के कारण रामेश्वर मठ, भागवत महाविद्यालय के पीछे और जगन्नाथ गली से घाट जाने वाला मार्ग पानी में डूब गया है। Varanasi के नगवा दलित बस्ती के सामने मुख्य मार्ग पर भी पानी भरने से आवाजाही रुक गई है। स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि जलस्तर में तीन फीट की और वृद्धि हुई तो संगमपुरी कॉलोनी, गंगोत्री विहार, महेश नगर और केदार नगर भी बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे।

छतों पर शवदाह, धार्मिक गतिविधियां प्रभावित

मणिकर्णिका घाट पर शवदाह की प्रक्रिया अब घाट की बजाय छतों पर की जा रही है। अस्सी, दशाश्वमेध और अन्य प्रमुख घाटों पर भी पानी भरने से श्रद्धालुओं को स्नान और पूजा गलियों और सड़कों पर करनी पड़ रही है। इससे धार्मिक परंपराओं पर असर पड़ा है।

वरुणा कॉरिडोर डूबा, पांच मोहल्लों में पानी घुसा

गंगा के साथ-साथ वरुणा नदी भी उफान पर है। वरुणा कॉरिडोर में पानी घुसने से सलारपुर, सरैयां, नक्खीघाट, दनियालपुर और कोनिया मोहल्ले प्रभावित हुए हैं। शैलपुत्री मार्ग, पुरानापुल से नक्खीघाट तक के मकानों में पानी भर गया है, जिससे लोग काफी परेशान हैं।

रत्नेश्वर महादेव मंदिर 80% डूबा

गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण प्रसिद्ध रत्नेश्वर महादेव मंदिर लगभग 80% जलमग्न हो चुका है। इससे घाटों पर होने वाली धार्मिक गतिविधियां बाधित हो रही हैं।

प्रशासन अलर्ट मोड पर, राहत शिविर सक्रिय

Varanasi प्रशासन ने वरुणा किनारे बसे लोगों के लिए आठ राहत शिविर फिर से शुरू कर दिए हैं। फिलहाल इनमें 125 परिवारों के करीब 565 लोग शरण ले चुके हैं। नगवा प्राथमिक विद्यालय स्थित शिविर भी दोबारा चालू कर दिया गया है।

एनडीआरएफ की टीमें तैनात, जनता से अपील

Ad 2

Varanasi प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों से नदियों के किनारे और निचले इलाकों में न जाने की अपील की है। एनडीआरएफ और राहत दलों को तैनात कर दिया गया है। लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए अगले 24 से 48 घंटे में हालात और गंभीर हो सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *