Varanasi : नगर निगम सभागार में मंगलवार को महापौर अशोक कुमार तिवारी एवं नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की अध्यक्षता में नगर निगम अधिकारियों के साथ एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य एजेंडा शहर में बढ़ते अतिक्रमण को लेकर रहा।
महापौर ने बैठक में स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि 19 जून से विजया नगरम् मार्केट में अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। सभी ज़ोनल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रियता से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
Varanasi : महापौर के प्रमुख निर्देश:
- जोनल अधिकारी टीम बनाकर करें अतिक्रमण चिह्नित, दोबारा अतिक्रमण की स्थिति में एफआईआर कराई जाए।
- नगर निगम मुख्यालय के सामने लगने वाले ठेले और पटरी दुकानों को तत्काल हटाया जाए। भविष्य में दोबारा दुकाने न लगने देने के निर्देश।
- गोदौलिया से दशाश्वमेध तक सड़कों पर माला-फूल बेचने वाली दुकानों को हटाने के आदेश।
- मैदागिन से विश्वेशरगंज तक नो-वेंडिंग ज़ोन लागू करते हुए दुकानों को पुनर्स्थापित किया जाए।
- चौकाघाट, अलईपुर रेलवे स्टेशन, मैदागिन पार्क और अस्सी क्षेत्र में भी विशेष अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाए।

सीवर समस्या और संपत्ति कर पर भी हुई समीक्षा
महापौर ने सीवर जाम की समस्या को त्वरित रूप से हल करने के लिए जलकल विभाग और ज़ोनल अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर काम करने को कहा। वहीं, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने संपत्ति कर वसूली पर विशेष ध्यान देते हुए 31 जुलाई तक छूट के तहत कर वसूलने के निर्देश दिए।
महापौर ने यह भी निर्देश दिया कि नामांतरण, दाखिल खारिज, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जैसी सेवाएं समय से प्रदान की जाएं, जिससे आम नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
इस बैठक में नगर निगम के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें अपर नगर आयुक्त संगम लाल, संयुक्त नगर आयुक्त कृष्ण चंद्र, उप नगर आयुक्त जितेंद्र कुमार आनंद, सहायक नगर आयुक्त मृत्युंजय नारायण मिश्र, जलकल महाप्रबंधक अनुप सिंह, सचिव ओ.पी. सिंह सहित अन्य शामिल थे।

वाराणसी नगर निगम द्वारा लिया गया यह सख्त रुख आने वाले दिनों में शहर की यातायात व्यवस्था और स्वच्छता में बड़ा बदलाव ला सकता है।